*क्या आरोपी दोष सिद्ध कर दिए गए ?
*क्या अनुसंधान पूर्ण कर लिए गए ?
महात्मा गांधी होने के लिए दशकों की साधना की आवश्यकता होती है परंतु गॉडसे होने के लिए बस एक पल की. हम ऐसे ही समय में हैं जहां गांधी होने में लोग समय बर्बाद नहीं करना चाहते सब एक झटके में गॉडसे हो जाना चाहते हैं और क्यों ना हों जब आप ऐसे समय में हो जहां गांधी को देश की बर्बादी का कारण माना जाता हो तथा गोडसे को देशभक्त बताकर पूजा जा रहा हो.
त्वरित न्याय अवश्य ही चाहिए परंतु इसके लिए प्रक्रिया में सुधार होना आवश्यक है जो लोग हैदराबाद पुलिस के कृत्य को न्याय समझ बैठे हैं और जश्न मना रहे हैं. याद रखिए आने वाले समय में ये समाज और सिस्टम को विकृत कर देने वाला है.
न्याय हमेशा न्यायिक प्रक्रिया से होकर गुजरता है बंदूक की नली से होकर नहीं.
सुभाष_अवस्थी